

भिलाई। छत्तीसगढ़ समेत देश के 8 राज्यों में ड्राइवर हड़ताल पर बैठे हैं इसका कारण है IPC की हिट एंड रन कानून में संशोधन इससे पहले ऐसे मामलों में 2 साल की सजा और बेल का प्रावधान था। 2023 में हुए संशोधन के बाद हिट एंड रन के मामलों में दोषी ड्राइवर पर 7 लाख रुपए तक का जुर्माना और 10 साल तक कैद का प्रावधान है। ड्राइवरों का कहना है कि इतनी बड़ी रकम ड्राइवर कहां से लेकर आएगा। सजा होने पर परिवार का भरण पोषण कैसे होगा। जिसे लेकर ड्राइवर जमकर प्रदर्शन कर रहे है।
ड्राइवरो की हड़ताल के बाद से ही अलग-अलग राज्यों से आने वाली चीज जो ट्रांसपोर्टिंग का इस्तेमाल करते हुए एक राज्य से दूसरे राज्य में आती जाती है ऐसी रोजमर्रा की चीज जैसे की सब्जियां पेट्रोल डीजल इत्यादि प्रभावित हो रही है इससे आम लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
ड्राइवरों की हड़ताल का असर आवागमन के साधनो पर भी पड़ रहा है दुर्ग, रायपुर, पाटन, धमधा, बालोद और राजनांदगांव में हजारों बसे प्रभावित हो रही है नौकरीपेसा लोगों को एक जगह से दूसरी जगह आने-जाने में काफी तकलीफों का सामना करना पड़ा रहा।
केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए हिट एंड रन के नए कानून के विरुद्ध में बस, ट्रक व आटो, ड्राइवरो के हड़ताल पर चले जाने से चारो तरफ असर देखने को मिला रहा है वहीं हड़ताल के कारण आम लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। बस और ट्रको के पहिए थमने से बाहर से खाद्य सामग्री की आवाजाही बंद हो गई है। अन्य राज्यों से आने वाले सामानों सहित सब्जियों और फलों की शार्टेज हो गई है। इस हडताल से न सिर्फ आम आदमी बल्कि व्यापारी वर्ग भी परेशान है। वाहन चालक संघ के सदस्यों ने सरकार से काला कानून वापस लेने की मांग की है।
दुर्ग जिले में खाद्य नियंत्रक श्री सी. पी. दिपांकर के अनुससार पेट्रोल डीजल की कमी नहीं है, हो रही है पर्याप्त आपूर्ति कतिपय व्यक्तियों द्वारा अधिक पेट्रोल/डीजल पम्पों से खरीदने का प्रयास किया जा रहा है। वास्तव में पेट्रोल/डीजल की कमी नहीं है, किन्तु वाहन चालकों की हडताल के कारण पेट्रोल / डीजल की नियमित आपूर्ति आंशिक रूप से प्रभावित हुई है। जिला प्रशासन एवं ऑयल कंपनी के द्वारा ऑयल डिपो से पेट्रोल पम्पों को नियमित रूप से पेट्रोल / डीजल आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। शीघ्र ही पर्याप्त आपूर्ति की व्यवस्था बहाल हो जावेगी। सभी पेट्रोल / डीजल उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे आवश्यकता अनुसार ही वाहनों में पेट्रोल / डीजल भरवाकर व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करें।
