छत्तीसगढ़दुर्गभिलाई

जानवरो, गायों में बीमारी व दुर्घटना रोकने हम सब निभायें अपनी ज़िम्मेदारी

भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई के शहरी कांजी हाउस में, बाजार, वार्डो, गली मोहल्लो, सड़को पर बैठने वाले जानवरो को पकड़कर कांजी हाउस में रखा जाता है। उनके खाने के लिए चारे, पानी व दवाई की व्यवस्था भी किया जाता है। कांजी हाउस में जानवरो की देखभाल भी किया जाता है। उसके लिए बीमार पड़ जाने पर डाक्टर की भी व्यवस्था किया जाता है। प्रायः देखा जाता है कि गायों के बीमार होने का कारण दूध निकाल कर जानवरो को खूला छोड़ देना , वह जानवर झिल्ली, पालीथीन में रखे भोजन, सब्जी, खादय सामग्री खा लेते है। अधिकतर जानवर खाने के साथ झिल्ली, पालीथीन भी खा लेते है, इससे उनका पेट फूल जाता है। नाक से पानी आता है, पाचन खराब हो जाता है, जिसके कारण बीमार हो जाते है। अकसर देखा जाता है, कि गोबर के साथ फेंकी हुई झिल्ली भी निकलता है। उससे जानवर को बहुत तकलीफ होता है, वह निरीह प्राणी बोल नहीं सकता है। अकसर हम सब देखते है, सड़क के किनारे बीमार, पेट फूला, नाक से पानी गिराते जानवर बैठे रहते है, इससे बचाव के लिए निगम प्रशासन और जागरूक नागरिकों को मिलकर काम करने की ज़रूरत है । शादी पार्टियों में गली मोहल्ले में बर्थडे पार्टी मे बच्चे हुए खाने को फेंक देते हैं उसमें प्लास्टिक का दोना, चम्मच, व गिलास सब फेक देते हैं। जानवर उसे खाकर बीमार पड़ जाते हैं। ऐसा मत करें आप जानवरों पर दया करें। प्लास्टिक की चीज छाट कर डस्टबिन में डालें या निगम के सफाई कर्मी को देवें
आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने बताया कि नगर निगम भिलाई द्वारा ‘ नो प्लास्टिक कैंपेन’ चलाकर सार्वजनिक स्थानों को पॉलीथिन मुक्त किया जाएगा। यह अभियान जागरूक नागरिको की सहभागिता के बिना संभव नहीं है । आयुक्त ने सभी नागरिकों से निवेदन किया है कि झिल्ली, पालीथीन में खादय सामग्री, सब्जी का छिल्का, मिठाई का पैकेट आदि न फेंका करें। आम जन सोचते है कि जानवर इसे खाएंगें तो पुण्य मिलेगा लेकिन अनजाने में फेंकी गई खादय सामग्री को खाकर जानवर बीमार पड़ जाते है। जानवर पकड़ने वाले कर्मचारी कन्हैया यादव ने बताया कि बीमार जानवर को कांजी हाउस में ले जाने में बहुत तकलीफ होती है। डांक्टर आपरेशन करते है, पेट से सड़ा हुआ झिल्ली, पन्नी बहुत निकलता है। कितना भी ईलाज हो जावे वह जानवर दम तोड़ देता है। नगर निगम भिलाई सभी माताओं-बहनों, पढ़ने-लिखने वाले छात्र-छात्राओं से अपील करता है, कि सहयोग करें। सामग्री, कचरा इत्यादि इधर-उधर न फेके। रोज कचरा संग्रहण करने वाले सफाई मित्र घर-घर जाते है, उन्हे ही अलग-अलग कर गीला व सूखा कचरा देवें। आप सब के सहयोग से जानवर भी स्वस्थ्य रहेगे, सफाई भी बनी रहेगी।

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