

भिलाई। गुरमीत सिंह मेहरा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राम गोपाल गर्ग एवं पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर के निर्देश पर यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा चलाये जा रहे यातायात जागरूकता कार्यक्रम एवं “सड़क सुरक्षा मितान” बनाने की मुहिम की शुरुआत की गईं। जिसके तहत आज ग्राम सेलूद में उपस्थित आल ड्राइवर एसोसिएशन के सदस्यों को उप पुलिस अधीक्षक (यातायात), सतीश ठाकुर के द्वारा यातायात नियमों से संबंधित जानकारी प्रदान करते हुए सड़क दुर्घटना में घायलों की किस प्रकार मदद करें एवं सड़क में मवेशी होने पर टोल फ्री नंबर 1100 का उपयोग करें इस संबंध में जानकारी प्रदान की गई।
आज के इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम सड़क दुर्घटना के प्रमुख कारणों जैसे ओवर स्पीड, गलत ओवरटेक ,नशे के हालात में वाहन चलाना आदि कारणों से अवगत कराते हुये यातायात के प्रमुख घटक 04-ई के बारे में बताया गया। पहला-ई रोड इंनजीनियरिंग, दूसरा-ई एजुकेशन इसके अंतर्गत रोड मार्किग, रोड साईन बोर्ड एवं वाहन चलाने के नियम तीसरा-ई इन्फोसमेन्ट इसके अंतर्गत पुलिस द्वारा नियमों का पालन न करने वाले वाहन चालको के उपर कार्यवाही करना चौथा-ई इंमरजेन्सी केयर इसके अंतर्गत सडक दुर्घटना में घायल व्यक्ति को उपचार किया जाना आता है के बारे में बताया गया। तत्पश्चात सडक में घायल व्यक्ति की निसंकोच मदद करने के लिए शासन द्वारा जारी किये गये गुड सेमेरिटन (नेक व्यक्ति) की जानकारी प्रदान की गई। साथ ही साथ सड़क में मवेशी होने पर टोल फ्री नम्बर 1100 में फ्री कॉल करने बताया गया। आज के इस कार्यक्रम में उपस्थित वाहन चालकों से अपील की गई की वे जो जानकारी आज उन्हे प्राप्त हुई है उसे अपने साथियों, परिजन, रिस्तेदार से साझा कर यातायात नियमो का पालन करने हेतु प्रेरित किया जाये, एक सफल व्यक्ति जिस प्रकार एक अनुशासन मे रहकर जीवन व्यतीत करता है उसी प्रकार सड़क मे भी एक अनुशासित वाहन चालक सड़क दुर्घटनाओं से बच सकता है।
उप पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा कहा गया की हमारा लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं एवं सड़क दुर्घटनाओं मे होने वाली मौत को रोकना है जिसके लिए एक वाहन चालक को यातायात नियमों के प्रति जागरूक होना अति-आवश्यक है, वैसे ही नाबालिक को बिना लायसेंस वाहन चालन नही करना चाहिए। जागरूकता कार्यक्रम के दौरान सहायक उप निरीक्षक बोधन साहू तथा यातायात पुलिस विभाग के कर्मचारी,एवं ट्रक ड्राइवर उपस्थित रहे।
