

मल्टी मीडिया डेस्क। दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को क्लीन चिट दे दी है और इस मामले में उनके खिलाफ कोई भी ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ सबूत नहीं मिला है जंतर मंतर में पहलवानों के प्रदर्शन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक नारों के मामले में पुलिस ने कोर्ट में एक्शन टेक रिपोर्ट फाइल कर दी है।
जिसमें दिल्ली पुलिस ने बताया कि इस मामले में पहलवानों के विरुद्ध किसी भी तरह का अपराध का मामला नहीं बनता है दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार शिकायत करने वालों ने वीडियो क्लिप समेत जो भी चीजें उपलब्ध कराई थी उसमें पहलवानों के खिलाफ कोई भी अपराध का मामला नहीं बनता। विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और अन्य पहलवान वीडियो में ऐसी कोई आपत्तिजनक नारेबाजी करते नहीं दिखे।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि वीडियो की जांच करने के बाद यह पता चला है कि कुछ अज्ञात सिख प्रदर्शनकारियों ने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए थे। पुलिस ने कहा कि बम म महाराज नौहटिया ने यह शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले को भी कनॉट प्लेस पुलिस थाने में ही ट्रांसफर किया गया है। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जो मामला चल रहा है, उसकी जांच भी कनॉट प्लेस थाने की पुलिस ही कर रही है। पुलिस ने अदालत से आग्रह किया है कि विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक के खिलाफ दर्ज आपराधिक शिकायत को रद्द किया जाए।
अब अदालत ने इस मामले की सुनवाई के लिए 7 जुलाई की तारीख तय की है। दिल्ली की पुलिस की रिपोर्ट से पहलवानों को राहत मिली है। प्रदर्शन के दौरान हुई नारेबाजी में पहलवानों के भी शामिल होन का आरोप लग रहा था। हालांकि कई मीडिया चैनलों पर भी जो वीडियो चले, उसमें दिखता है कि पंजाब से आए किसान संगठनों से जुड़े सिख प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे। इस दौरान किसी पहलवान को उनके साथ नारे लगाते हुए नहीं देखा गया था। गौरतलब है कि नौहटिया ने केस दर्ज कराया था और कहा था कि इस केस की हाईलेवल जांच होनी चाहिए।
