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रौनक जमाल ने छत्तीसगढ़ की धरा में लाई रौनक…

यू तो धान का कटोरा कहलाने वाला छत्तीसगढ़ सिर्फ धान ही नहीं उगलता…

दुर्ग। छत्तीसगढ़ की धरातल कलाकारों एवं साहित्यकारों से भरी है। इन्ही साहित्यकारों में एक वरिष्ट साहित्यकार रौनक जमाल साहब है जिनकी 51 वर्षो का साहित्यिक जीवन जातिवाद से ऊपर उठकर छत्तीसगढ़ ही नहीं अपितु सारे राष्ट्र में दुर्ग शहर का नाम रोशन करने हेतु हेती युनिवर्सिटी ऑफ़ अमेरिका को डॉक्टरेट की उपाधि देने हेतु ललायित कर दिया विद्या की देवी सरस्वती की असिम कृपा से डॉ.रौनक जमाल ने 3 अफसाना, संग्रह,आठ लघु कथाओ,6 बाल कथाये दो नाटक,एक बाल उपन्यास एवं गाजर घास पर आलेख,गाजर घास ग्रीन केंसर, सैकड़ो कहानिया,अफ़साने,बाल कहानिया,आलेख,नाटक एवं साहित्यकारों एवं कवियों की पुस्तके लिख चुके है | इस कार्य हेतु छत्तीसगढ़ ही नहीं अपितु महाराष्ट्र,कर्नाटक,बिहार,बंगाल एवं मध्यप्रदेश से लाखो रूपये के पुरस्कार एवं अवार्डो से सुसम्मानित हो चुके है|

इसी कड़ी में मंगलवार दिनांक 12-12-2023 को अमरावती यूनिवर्सिटी के अमिनेसन कॉलेज के सभागार में रौनक जमाल साहब डॉ. रौनक जमाल से सुशोभित हुए, लायंस क्लब ऑफ़ दुर्ग सिटी के ट्रस्टी जमाल साहब संप्रदायिकता से ऊपर उठ कर भाईचारा एवं प्रेम लाने हेतु मशहूर है |

डॉक्टरेट की उपाधि का समारोह भव्य पैमाने पर आयोजित किया गया था जिसमे दस डॉक्टरेड अवार्ड्स के अलावा शहर के कॉलेज के अध्यापक एवं प्रध्यापक और गण्यमान व्यक्तियों ने सम्मिलित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई, अमिनेशन कॉलेज के चेयरमेन विजय राउत की अध्यक्षता में प्रोफ़ेसर डॉक्टर अब्दुल आकिल, डॉक्टर जिलानी,डॉक्टर खोब्रागढ़े मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे थे। डॉक्टर अब्दुल आकिल ने अमरीका की हेती युनिवर्सिटी एवं डॉक्टरेड पुरस्कारों पर विस्तार से रौशनी डाली एवं दसो पुरस्कार ग्रहण करने वालो को हेती युनिवर्सिटी की ओर से बधाइयाँ दी एवं अपनी ओर से शुभकामनाये दी सबसे पहले रौनक जमाल को डॉक्टर की डिग्री प्रदान करते हुए डॉक्टर अब्दुल आकिल ने कहा की हेती युनिवर्सिटी अमरीका 70 वर्ष के रौनक जमाल को 50 वर्ष से उर्दू साहित्य की सेवा करते हुए डॉक्टर की पदवि देकर सम्मानित कर अपने आप को गौरान्वित कर रही है …………………..

यह सुनते ही सभागार में बैठे लोगो ने खड़े होकर कर्तलध्वनि से जमाल का स्वागत किया तत्पश्चात नागपुर,वर्धा, यवतमाल,आकोला, खामगाँव, बुलढाना एवं अमरावती शहर से आये जमाल के सगे सम्बधियो एवं मित्रो ने शाल एवं फूल मालाये भेट कर बधाइयाँ दी डॉक्टरेट की उपाधि से सुशोभित होने पर छत्तीसगढ़ के साहित्यकारों,कवियों एवं नगरवासियो में खुशियों की लहर दौड़ती हुयी एक नई चेतना जागृत हुई……….

सदैव डॉक्टर साहब युवा कवियों एवं साहित्यकारों के प्रेरणा स्त्रोत  रहे हैं।

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