

कवर्धा। गुरमीत सिंह मेहरा। जिले में बाल श्रम रोकने का श्रमिकों के शोषण रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र फोर्स द्वारा शुक्रवार को सहकारी शक्कर कारखाने आरंभिपुर कवर्धा निजी प्रिंटिंग व पैकेजिंग उद्योग दो डब्बो में औचक निरीक्षण किया गया।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राहुल कुमार के नेतृत्व में कुल 10 अधिकारी वह 4 पीएलवी शामिल थे। जिन्होंने शक्कर कारखाना में जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया। जहां मजदूरों की कार्यप्रणाली एवं उनकी सुरक्षा के संबंध में पूछताछ कर रजिस्ट्री की जांच की गई। वहां बासमी का कोई मामला सामने नहीं आया किंतु प्रबंधक को सुरक्षा से जुड़े उपायों को अधिक प्रभावी रूप से लागू करने की सलाह दी गई। संस्थानों में कोई सूचना पत्र नहीं होने से प्रबंध के को फटकार लगाते हुए उन्होंने अभिलंब हमारी इस संस्था में 14 वर्ष से कम उम्र के कोई भी बाल श्रमिक कार्यरत नहीं है लिखा हुआ सूचना पता लगाने को कहा गया। इसी क्रम में ट्रांसपोर्ट निजी प्रिंटिंग व प्लास्टिक को उद्योग व भावों में तबीयत दी गई।
जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विविधित्व प्राधिकरण अजय दुबे के मार्गदर्शन एवं निर्देशन पर जिला विविधित्व प्राधिकरण एवं महिला बाल विकास श्रम विभाग शिक्षा विभाग एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम के तहत कार्यालय की है कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग भारत सरकार के द्वारा दिनांक 1 जून 2024 से 30 जून 2022 तक बाल एवं किशोर श्रमिकों की अखिल भारतीय बचाव एवं पुनर्वास अभियान चलाया जा रहा है।
