

दुर्ग। नौ बदमाशो ने मिलकर सरे आम लाठी रॉड और हॉकी स्टिक से एक युवक को पीट पीट कर किया अधमरा। जिसका वीडियो वायरल हो रहा था इस घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने इसका वीडियो भी बनाया और उसे वायरल कर दिया जो दुर्ग पुलिस के पास भी पहुंचा। यह सारी घटना दुर्ग के थाना सिटी कोतवाली की है।
खुले आम युवक को लाठी रॉड और हॉकी स्टिक से पीट रहे थे युवक और अधमरा छोड़कर भाग गए
पुलिस के मुताबिक पोटिया रोड स्थित मोचीपारा निवासी नरेश कन्नौजे ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके भाई गौतम कन्नौजे के ऊपर कुछ लड़कों ने जानलेवा हमला कर दिया। हमला करने वालों में गणेश नागेश, भूपेन्द्र कुमार और उसके साथी थे। सभी अपने साथ चाकू, कैंची और रॉड लेकर पहुंचे थे।
आरोपियों ने बीच बाजार गौतम पर लाठी और रॉड से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल हो जाने के बाद सभी आरोपी बाइक से फरार हो गए थे। इसके बाद आसपास मौजूद लोगों ने गौतम को गंभीर हालत में जिला अस्पताल दुर्ग पहुंचाया जहां इलाज जारी है।
पुलिस ने इन बदमाशों को अलग-अलग जगह से धर दबोचा है
टीआई महेश ध्रुव का कहना है कि जैसे ही उन्हें रिपोर्ट मिली उन्होंने मामले में हत्या के प्रयास की धारा 307, 34 के तहत मामला दर्ज किया और आरोपियों की तलाश शुरू की। इसके बाद मामले में धारा 294, 506, 143, 147, 148 भादवि 25, 27 आर्म्स एक्ट जैसी धाराएं जोड़ी गईं। अलग-अलग ठिकानों में छापेमारी कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और घटना में इस्तेमाल बाइक को भी जप्त किया गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम है:
गणेश नागेश पिता गजेन्द्र नागेश उम्र 20 साल
कलेश पात्रे पिता त्रिवेन्द्र पात्रे उम्र 19 साल
निकेश पात्रे पिता त्रिवेन्द्र पात्रे उम्र 22 साल
भूपेन्द्र कुमार पिता जलन्धर उम्र 26 साल
सम्मू कुमार पिता कैलाश उम्र 19 साल
फिरोज सोनी पिता विजू सोनी उम्र 22 साल
रोशन डोगरे पिता राजेन्द्र डोगरे उम्र 26 साल
विजेन्द्र बन्छोर पिता धनश्याम उम्र 28 साल
और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी इंदिरा कॉलोनी पोटिया रोड दुर्ग के रहने वाले हैं।
घटना में प्रयुक्त चाकू, कैंची, लोहे का रॉड हॉकी स्टीक, डंडा, 2 मोबाईल फोन एवं 3 मोटर सायकल जप्त कर लिया गया।
पुलिस ने निकाला आरोपियों का जुलूस पब्लिक के बीच माफी मांगनी पड़ी
चाकू और रॉड से मारपीट कर युवक को अधमरा करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनका जुलूस निकाला। आरोपियों को घटनास्थल से लेकर सशस्त्र न्यायालय तक लाया गया। इस दौरान कान पकड़कर आरोपियों ने दोबारा अपराध करने से तौबा किया।
