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योग: एक प्राचीन धरोहर, आधुनिक जीवन की कुंजी डॉ प्रेमलाल पटेल

भिलाई – योग, भारत की एक प्राचीन परंपरा, आज के आधुनिक जीवन में भी अपनी प्रासंगिकता बनाए हुए है। यह केवल शारीरिक व्यायाम का माध्यम नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति प्राप्त करने का एक सशक्त मार्ग है। शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं में योग का महत्व स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग के लाभ:
योग शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत प्रभावी है। विभिन्न आसनों और प्राणायाम के अभ्यास से शरीर में लचीलापन, शक्ति और सहनशक्ति बढ़ती है। नियमित योगाभ्यास से मांसपेशियां मजबूत होती हैं, रक्त संचार में सुधार होता है और पाचन तंत्र की कार्यक्षमता में वृद्धि होती है। यह हृदय को स्वस्थ रखने के साथ-साथ उच्च रक्तचाप, मधुमेह और कई अन्य बीमारियों से बचाव में भी सहायक है। योग शरीर के समग्र संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति अधिक ऊर्जावान और स्फूर्तिवान महसूस करता है।

कैसे करें योग की शुरुआत?

योग का अभ्यास शुरू करने के लिए किसी प्रमाणित योग शिक्षक के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेना उचित होता है और धीरे-धीरे सरल आसनों से शुरुआत करनी चाहिए।
योग बनाम जिम: क्या चुनें?
आज के आधुनिक युग में जिम का चलन बढ़ रहा है, ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि योग और जिम में से क्या बेहतर है। डॉ. प्रेमलाल पटेल, बी.एन.वाय.एस. (अंतरराष्ट्रीय योग चिकित्सक एवं पंजीकृत आयुष – योग व प्राकृतिक चिकित्सक) के अनुसार, योग और जिम दोनों ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन चुनाव आपकी व्यक्तिगत प्राथमिकताओं और लक्ष्यों पर निर्भर करता है। यदि आप लचीलापन, संतुलन और मानसिक शांति चाहते हैं, तो योग आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।
आधुनिक समय में योग के महत्व के कारण:
फिटनेस: योग एक प्रभावी कसरत है जो मांसपेशियों को मजबूत और लचीला बनाता है, साथ ही हृदय स्वास्थ्य में भी सुधार करता है।
लचीलापन: योग शरीर को लचीला बनाने में मदद करता है, जो दैनिक गतिविधियों और शारीरिक क्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण है।
बेहतर नींद: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में नींद की गुणवत्ता में सुधार के लिए योग विश्राम को बढ़ावा देता है।
तनाव प्रबंधन: आधुनिक जीवन में तनाव एक आम समस्या है। योग, ध्यान और श्वास तकनीकों के माध्यम से तनाव को कम करने में मदद करता है।
मानसिक स्वास्थ्य: योग मानसिक स्पष्टता, एकाग्रता और भावनात्मक स्थिरता में सुधार करता है।
शारीरिक स्वास्थ्य: योग शरीर को मजबूत, लचीला और स्वस्थ बनाने में मदद करता है। यह हृदय स्वास्थ्य, पाचन और प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बेहतर बनाता है।
जीवनशैली में सुधार: योग एक समग्र दृष्टिकोण है जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को संतुलित करता है। यह जीवनशैली से संबंधित समस्याओं से निपटने में मदद करता है।
आत्म-जागरूकता: योग व्यक्ति को अपने शरीर, मन और भावनाओं के बारे में अधिक जागरूक होने में मदद करता है।
योग के व्यक्तिगत अनुभव:
डॉ. प्रेमलाल पटेल के छात्रों ने योग के अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए:
हिमांशु उपाध्याय, फ्रीलांसर एच.आर., भिलाई: “लंबे समय में योग अन्य अनेक चीजों का विकल्प हो सकता है, जिनका लोग आजकल अभ्यास करते हैं, जैसे जिम जाना, अनावश्यक दवाइयां लेना आदि।”
सुष्मिता सिंगरौल, श्री महावीर प्राकृतिक व योग चिकित्सा महाविद्यालय नगपुरा-दुर्ग में बी.एन.वाय.एस. छात्रा: “मैं कॉलेज में रोजाना योग की थ्योरी को समझते हुए प्रैक्टिकल अभ्यास भी करती हूं, निश्चित ही योग-विज्ञान संपूर्ण मानव प्रजाति के लिए चिकित्सकीय वरदान है।”
नमन साहू, राजीव लोचन आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय दुर्ग में अंतिम वर्ष बीएएमएस का छात्र: “रोजाना योग करने से मेरी पढ़ाई पर फोकस और एकाग्रता बढ़ती है और नींद भी अच्छी आती है, जिससे मैं पूरे दिन एनर्जेटिक रहता हूँ।”

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