छत्तीसगढ़

कैदियों ने की सारी हदें पार, हौसले क्यों है इतने बुलंद, चलते फिरते राहगीरों सहित पत्रकारों को भी नहीं बख्शा

ब्रेकिंग न्यूज़ दुर्ग से

दुर्ग न्यायालय से बंदी कैदी गाड़ी आ रही थी रोजाना ये बंदी कैदी इतने इनके हौसले बुलंद थे की रोजाना चलते आते जाते राहगीरों को comment करते थे इसी दौरान कैदियों ने अपनी सारी हदें पार करते हुवे गुजर रही महिला पत्रकारों को कमेंट करना शुरू कर दिया

जिसपर महिला पत्रकारों ने विरोध जताया और जेल अधीक्षक से मिलकर घटना को बताया और जब पत्रकार संतुष्ट नहीं हुए जेल परिसर में ही बैठकर धरना देना शुरू कर दिया जिस पर जेल अधीक्षक ने महिला पत्रकारों से बात करना चाहा और शांति व्यवस्था बनाए रखने की बात कही है तब पर भी कैदियों ने गाड़ी में रहते हुए भी कमेंट फिर करना शुरू किया जिस पर पत्रकारों ने बैठकर लंबे समय तक धरना दिया जेल प्रशासन के कहने पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश देने पर कैदियों को तब जाकर पत्रकारों ने अपनी धरना को वापस लिया आखिरकार जेल में कैदी अनुशासन सीखने जाता है

 

और कहीं ना कहीं अनुशासनहीनता आज जिस तरह दिख रहा है कहीं ना कहीं मंत्रियों के गढ़ में जिस तरह पत्रकार सुरक्षित नहीं है ना जाने यह कह दी कितने दिनों से इस तरह छेड़छाड़ करते हैं और मंत्रियों के संवेदनशील जिला दुर्ग होने के बाद भी पत्रकार को इस तरह मत मानना इन कैदियों से झेलना पड़ रहा था देखना होगा कब तक छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री जो कि उनका ग्राम व विधानसभा होने के कारण किस तरह जेल प्रशासन को अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्यवाही से इन कैदियों को अनुशासन सिखाएंगे मौके पर

स्थानीय थाना प्रभारी तिवारी के साथ पदनापुर चौकी का बल भी पहुंच कर कैदियों की हो रही इस बर्बरता पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया साथी साथ जेल अधीक्षक ने पत्रकारों से हुवे अनुशासनहीनता पर माफी मांगी

दुर्ग जेल बंदी वाहन में आते जाते बंदी लोगो को वाहन की खिड़की से करते थे छेड़छाड़ comment लेकिन गलती से पत्रकार महिला को comment करना पड़ गया भारी ।

दुर्ग न्यालय से बंदी कैदी गाड़ी आ रही थी रोजाना ये बंदी कैदी इतने इनके हौसले बुलंद थे की रोजाना चलते आते जाते राहगीरों को comment करते थे इसी दौरान कैदियों ने अपनी सारी हदें पार करते हुवे गुजर रही महिला पत्रकारों को कमेंट करना शुरू कर दिया जिसपर महिला पत्रकारों ने विरोध जताया और जेल अधीक्षक से मिलकर घटना को बताया और जब पत्रकार संतुष्ट नहीं हुए जेल परिसर में ही बैठकर धरना देना शुरू कर दिया जिस पर जेल अधीक्षक ने महिला पत्रकारों से बात करना चाहा और शांति व्यवस्था बनाए रखने की बात कही है तब पर भी कैदियों ने गाड़ी में रहते हुए भी कमेंट फिर करना शुरू किया जिस पर पत्रकारों ने बैठकर लंबे समय तक धरना दिया जेल प्रशासन के कहने पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश देने पर कैदियों को तब जाकर पत्रकारों ने अपनी धरना को वापस लिया आखिरकार जेल में कैदी अनुशासन सीखने जाता है और कहीं ना कहीं अनुशासनहीनता आज जिस तरह दिख रहा है कहीं ना कहीं मंत्रियों के गढ़ में जिस तरह पत्रकार सुरक्षित नहीं है ना जाने यह कह दी कितने दिनों से इस तरह छेड़छाड़ करते हैं और मंत्रियों के संवेदनशील जिला दुर्ग होने के बाद भी पत्रकार को इस तरह मत मानना इन कैदियों से झेलना पड़ रहा था देखना होगा कब तक छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री जो कि उनका ग्राम व विधानसभा होने के कारण किस तरह जेल प्रशासन को अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्यवाही से इन कैदियों को अनुशासन सिखाएंगे मौके पर स्थानीय थाना प्रभारी तिवारी के साथ पदनापुर चौकी का बल भी पहुंच कर कैदियों की हो रही इस बर्बरता पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया साथी साथ जेल अधीक्षक ने पत्रकारों से हुवे अनुशासनहीनता पर माफी मांगी

दुर्ग जेल बंदी वाहन में आते जाते बंदी लोगो को वाहन की खिड़की से करते थे छेड़छाड़ comment लेकिन गलती से पत्रकार महिला को comment करना पड़ गया भारी ।

दुर्ग न्यालय से बंदी कैदी गाड़ी आ रही थी रोजाना ये बंदी कैदी इतने इनके हौसले बुलंद थे की रोजाना चलते आते जाते राहगीरों को comment करते थे इसी दौरान कैदियों ने अपनी सारी हदें पार करते हुवे गुजर रही महिला पत्रकारों को कमेंट करना शुरू कर दिया जिसपर महिला पत्रकारों ने विरोध जताया और जेल अधीक्षक से मिलकर घटना को बताया और जब पत्रकार संतुष्ट नहीं हुए जेल परिसर में ही बैठकर धरना देना शुरू कर दिया जिस पर जेल अधीक्षक ने महिला पत्रकारों से बात करना चाहा और शांति व्यवस्था बनाए रखने की बात कही है तब पर भी कैदियों ने गाड़ी में रहते हुए भी कमेंट फिर करना शुरू किया जिस पर पत्रकारों ने बैठकर लंबे समय तक धरना दिया जेल प्रशासन के कहने पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश देने पर कैदियों को तब जाकर पत्रकारों ने अपनी धरना को वापस लिया आखिरकार जेल में कैदी अनुशासन सीखने जाता है और कहीं ना कहीं अनुशासनहीनता आज जिस तरह दिख रहा है कहीं ना कहीं मंत्रियों के गढ़ में जिस तरह पत्रकार सुरक्षित नहीं है ना जाने यह कह दी कितने दिनों से इस तरह छेड़छाड़ करते हैं और मंत्रियों के संवेदनशील जिला दुर्ग होने के बाद भी पत्रकार को इस तरह मत मानना इन कैदियों से झेलना पड़ रहा था देखना होगा कब तक छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री जो कि उनका ग्राम व विधानसभा होने के कारण किस तरह जेल प्रशासन को अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्यवाही से इन कैदियों को अनुशासन सिखाएंगे मौके पर स्थानीय थाना प्रभारी तिवारी के साथ पदनापुर चौकी का बल भी पहुंच कर कैदियों की हो रही इस बर्बरता पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया साथी साथ जेल अधीक्षक ने पत्रकारों से हुवे अनुशासनहीनता पर माफी मांगी

देखिए लाइव के क्या कुछ हुआ

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