छत्तीसगढ़

महाधरना प्रदर्शन करके भाजपा ने 2000 करोड़ रु. के शराब घोटाले पर प्रदेश कांग्रेस सरकार का किया विरोध

घोटालेबाज कांग्रेस सरकार के पूरे मंत्रीमंडल को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए- जितेन्द्र वर्मा

 

दुर्ग। छत्तीसगढ़ में हुए 2 हजार करोड़ रु. के शराब घोटाले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में संभाग आयुक्त कार्यालय हिंदी भवन के सामने महाधरना दिया गया। प्रदर्शन में उपस्थित वरिष्ठ नेतागणों ने पदाधिकारियों शराब महा घोटाले को लेकर राज्य सरकार को जमकर घेरा और भूपेश बघेल सरकार के इस्तीफे की मांग की।

इस अवसर पर महा धरना कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री रमशिला साहू ने कहा कि शराब की कीमत 50 से 80ः बढ़ाने, बड़ी संख्या में कच्ची और अन्य अवैध शराब से मौत होने के बावजूद शासन शराब राजस्व में कमी दिखाता रहा और अपनी पीठ भी थपथपाता रहा था। जबकि सच्चाई यह थी कि शराब का अधिकांश पैसा सीधे पाॅलिटिकल सरगना हड़प जाता था। यही कारण है कि ईडी की कारवाई होते ही अचानक शराब राजस्व में 22 प्रतिशत की वृद्धि हो गई। भूपेश बघेल ने यह बयान भी दिया है कि शराब का राजस्व काफी बढ़ा है।

जबकि पहलेे शराब की खपत की खपत कम कर देने की डींगें हांकते थे। ईडी द्वारा कुल दर्ज मामलों में केवल 2.98 प्रतिशत मामलेे ही नेताओं के खिलाफ हैं। 5 प्रतिशत से भी कम जब्ती नेतोओं की संपत्ति से हुई है। ईडी का सक्सेस रेट 96 प्रतिशत है। अतः केंद्रीय एजेंसियों पर दुरूपयोग का आरोपी पूरी तरह आधारहीन है।

भाजपाइयों का कहना है भ्रष्टाचार के आरोप केवल भाजपा ही नहीं लगाती है रानू साहू पर भष्टाचार के प्रथम आरोप मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने लगाए थे जिन पर बाद में ईडी की कार्रवाई हुई। 600 करोड़ का पीडीएस घोटाला विधानसभा में अमरजीत भगत ने स्वीकार किया है।

क्या असम से लेकर उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश तक में चुनावों में बहे कांग्रेस के पैसे भी मनगढ़ंत थे ? क्या कोरोना जैसे समय में असम के कांग्रेसियों के लिए बस्तर में मांस-मंदिरा का पहाड़ खड़ा कर देना भी मनगढंत था ? क्या एयरापोर्ट के रास्तों पर बिखरी अकूत नगद राशि, जिसका कोई दावेदार तक नहीं मिला, भी मनगढ़ंत ही है ? क्या ईडी के छोपे पड़ते ही शराब की वैध कमाई में जबरदस्त उछाल भी मनगढ़ंत ही है ?
मुख्यमंत्री जी लगातार भ्रष्टाचार की परतें उखड़ने से आप बोखला गए हैं और बौखलाहट में आप अपने बयान में खुद ही उलझते जा रहे हैं। इस सरकार को ही शराब की लत लग गई है। आपको इस्तीफा देना ही होगा।

महाधरना को संबोधित करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ शर्मसार है, कांग्रेस ने जनता से शराबबंदी का वादा कर जनादेश लिया था, आज कांग्रेस सरकार के संरक्षण में शराब बिक्री में जिस तरह का महाघोटाला सामने आया है उस स्तर पर संपूर्ण भारत में केवल दो चार ही महाघोटाले दिखाई देते हैं। ईडी के अनुसार घोटाले की इस रकम में से अपना कमीशन रख कर अनवर ढेबर शेष राशि ‘पाॅलिटिकल मास्टर’ को सुपुर्द कर दिया करता था और उस राशि से ‘राजनीतिक गतिविधियां‘ संचालित होती थी। इस खुलासे से जो तथ्य मिले हैं, वह हमें न केवल शर्मिंदा करता है बल्कि सोचने पर विवश करता है कि क्या कोई चुनी हुई सरकार इस बेदर्दी से अपने ही मतदाताओं को लूट सकती है, उसके भरोसे को भी तार-तार कर सकती है। वास्तव में अरबों की नाजायज रकम की हवस में कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ की एक पूरी पीढ़ी बर्बाद कर दी है। यह भोपाल के गैस कांड से भी बड़़ा नरसंहार है। यह भरोसे का खून है। हजारों मौत प्रदेश में शराब के कारण हुई है। सड़क दुर्घटनाओं में सैकड़ों मृत्यु हुई है जिसका कारण शराब है। नशे में अबोध बेटियों की हत्या, घरेलू हिंसा, पत्नी पर अत्याचार, संहार तक इस शराब के कारण हुआ है। शासन द्वारा अवैध रूप से बबेची जा रही कच्ची शराब से पूरी पीढ़ी बीमार हो गयी है। भूपेश बघेल वास्तव में मुगलों और अंग्रेजों जैसे भी बड़ा लुटेरा साबित हुए हैं, कांग्रेस और भूपेश बघेल विश्वासघाती है। भाजपा और छत्तीसगढ़ की सारी प्रबुद्ध जनता भली-भांति जानती है कि प्रदेश से लूटी गई रकम से भूपेश बघेल गांधी परिवार का प्यादा बन समूचे देश में कांग्रेस के चुनाव का खर्च वहन करते हैं, उनका एटीएम बने हैं। छत्तीसगढ़ से मिल रहे गैर कानूनी राजनीतिक चंदे से अनेक तरह के षड्यंत्र आदि करके देश का माहौल भी खराब किया जा रहा है। भ्रष्ट भूपेश सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। घोटालेबाज कांग्रेस सरकार के पूरे मंत्रीमंडल को नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से जागेश्वर साहू, जिला महामंत्री ललित चंद्राकर, सुरेंद्र कौशिक, पूर्व विधायक दयाराम साहू, डोमन लाल कोर्सेवाड़ा, जिला उपाध्यक्ष अलका बाघमार, मंत्री अमिता बंजारे ,प्रवक्ता दिनेश देवांगन, गजेंद्र यादव, प्रीतपाल बेलचंदन ,अजय तिवारी ,राजेश ताम्रकार ,लोकमणी चंद्राकर, रोहित राजपूत, दीपक चोपड़ा, जितेंद्र यादव, डॉक्टर देव नारायण तांडी, विनायक ताम्रकार, दिव्या कलिहारी, साजन जोसेफ ,रजा खोखर ने धरना प्रदर्शन को संबोधित किया।

प्रदर्शन में प्रमुख रूप से भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य उषा टावरी, चंद्रिका चंद्राकर नटवर ताम्रकार, दिलीप साहू, विनायक नातू, , जिला महामंत्री ललित चंद्राकर, सुरेंद्र कौशिक, जिला मंत्री पवन शर्मा, बोधन यादव, आशीष निमजे, श्रीमती अमिता बंजारे, धर्मेंद्र ठाकुर सहित अनेकों कार्यकर्ता शामिल है।

 

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